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हैलो दोस्तो, मेरा नाम सुमन है मेरी उमर 21 साल है। मै मध्यप्रदेश के एक छोटे से गाँव की रहने वाली हूँ।
मेरे घर मे मै मेरी माँ और मेरा भाई रहते हैं मेरे पिताजी गाँव के प्रधान थे जो की अब इस दुनिया मे नही रहे। तो हम लोग काफी अमीर थे और महल जैसे घर मे रहते थे। हमारा घर काफी बड़ा था लेकिन हम रहने वाले बस 3 लोग ही थे
एक बार अक्टुबर के महीने मे मेरे पिताजी के पुराने दोस्त गाँव में किसी काम से आये तो वो हमारे घर ही रुके। वो बहुत बड़े पहलवान थे और उनकी उमर 45 के करीब थी और उनकी हाइट लगभग 6.5 फीट थी लेकिन वो देखने मे किसी 25 साल के जवान से कम नही लग रहे थे। जब वो हमारे घर आये तो भाई ने उनको बैठाया पानी पिलाया और माँ उनसे घर का हाल चाल लेने लगी। जब बात खतम हुई तो माँ ने मुझसे बोला की अंकल जी को उनका कमरा दिखा दो। तो मैंने वैसा ही किया। मै जिस कमरे में रहती थी उसी का बगल वाला कमरा खाली तो था ही साफ सुथरा भी था तो उनको वही वाला कमरा दे दिया अब अंकल जी अपने कमरे मे चले गए और मै किचन मे माँ का खाना बनाने मे हाथ बटाने चली गई।
कुछ देर बाद जब खाना बन गया तो माँ ने बोला की जाओ अंकल जी को बुला लाओ तो मै उनके कमरे तरफ गई उनका रूम खुला था तो मैं सीधे अंदर घुस गई और अंदर का नजारा देख मैं अंदर से मचल गई........अंदर अंकल जी सिर्फ अंडरवियर मे खड़े थे। लेकिन उनका गठिला शरीर और चौडा सीना देख के मै एकदम से डर गई। मैं तुर्रंत वहा से वापिस आ गई और आते आते उनसे बोली - अंकल जी खाना रेडी है नीचे आ के खाना खा लीजिये।
अंकल जी नीचे आये और खाना खा के सब लोग बेठ के TV देखने लगे और बात करने लगे लेकिन मेरा तो ध्यान कही और ही था मैं बस अंकल जी का गठिला शरीर याद कर कर के खुश हो रही थी। अब बात करते करते रात के 12 बज गए और सब लोग सोने चले गए और मैंने अंकल जी को जाते जाते गुड नाईट बोल दिया और वो भी मुझे मुस्कुरा के बोले गुड नाईट और सोने चले गए लेकिन मेरी नींद उड़ चुकी थी मै बस अंकल जी को याद कर रही थी और बेचैन हो रही थी फिर किसी तरह कर के मैं सो गई।
फिर सुबह मां मुझसे बोली की - मैं और तेरा भाई तेरे मामा के घर जा रहे है तेरी मामी की तबियत ठीक नही है हम लोग 10 दिन मे वापिस आ जायेंगे तुम अपना और अंकल जी का ख्याल रखना। और वो लोग चले गए।
मैं अंकल जी को भोजन करवा के अपने काम मे लग गई और अंकल जी गाँव मे चले गए किसी काम से फिर वो सीधे शाम को आये। फिर हम दोनो ने साथ मे डिनर किया और बैठ के बात करने लगे। फिर मैंने कहा की अंकल जी चलिए कोई मूवी देखते है साथ मे बैठ के तो वो भी मान गए मैंने एक हिंदी मूवी लगा दी और हम साथ बैठ के देखने लगे तभी कुछ देर बाद अंकल जाने लगे तो मैंने उनको पूछा तो वो बोले उनको कुछ काम है तो मैंने कहा अंकल क्या काम है तो वो बता ही नही रहे थे तो मेरे जोर देने पर वो बोले की उनको ड्रिंक करना है इसलिए वो अपने कमरे में जा रहे हैं। तो मैंने उनसे कहा की आप यही पर ड्रिंक कर लो मुझे अकेले डर लगता है आप रहोगे तो डर नी लगेगा तो वो मेरी बात मान गए और वही पेग बना के पीने लगे और मुझे चखना मंगवाया मैंने किचन से उनको नमकीन ला के दे दी। उन्होंने मुझे ड्रिंक औफर की मैंने मना किया लेकिन उन्होंने बोला वो किसी से नही बोलेंगे तो मेरा भी मन होने लगा पीने का मैंने उनको जॉइन कर लिया।
मैंने बस 3 पेग लगाए और मुझे काफी नशा हो गया और नींद आने लगी लेकिन मै चल नही पा रही थी तो अंकल जी ने मुझे मेरे कमरे तक पकड़ के पहुचाया। उनका मुझे टच करना बहुत अच्छा लगा और मुझे वो मेरे कमरे मे छोर के अपने कमरे मे चले गए। अब हम लोग का रोज का ये सिलसिला हो गया दारू पीने का और मै अब अंकल से बिल्कुल फ्रैंक हो गयी थी।
एक दिन बहुत तेज आंधी के साथ बारिश होने लगी और हम दोनो डेली की तरह दारू पी रहे थे और उस दिन मैंने TV पर एक वेबसीरी़ज लगाई हुई थी जो की थोड़ी रोमांटिक थी।
अंकल जी ने उस दिन मुझसे पूछा-
तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है क्या?
मैंने कहा - जी नही अंकल।
उसके बाद वो और मै हसने लगे और दारू पीने लगे लेकिन बारिश के वजह से मैं थोड़ी रोमांटिक हो गई थी और शायद अंकल जी भी मूड मे आ गए थे। मैंने भी सोचा मौका अच्छा है आज मैं अंकल के साथ मजे कर ही लेती हूँ।
फिर अंकल जी और मैं TV देखने लगे और उसमे एक बहुत ही रोमांटिक सीन चालू हो गया जिसमे एक लड़का एक लड़की के होठ को choose रहा था। और उसके ०० मसल रहा था और लड़की भी पूरे मजे ले रही थी । ये सीन देख के अंकल ने मेरी तरफ देखा और मैंने उनकी तरफ और हम दोनों मुस्कुरा दिया फिर मैं धीरे से खिसक के थोड़ा उनके करीब बैठ गई। अब TV मे उस लड़के ने उस लड़की को दागना शुरू कर दिया और लड़की पूरे मजे ले के चिल्ला रही थी।
ये सब देख के मेरा मूड बन गया और मेरा शरीर बिल्कुल गरम हो गया मुझसे जब बर्दास नही हुआ तो मैं अंकल से लिपट गई और उनसे कहने लगी - अंकल जी मैं आपको बहुत प्यार करने लगी हूँ जबसे आपका गठिला शरीर देखा है तब से मैं आपकी दीवानी हो गई हूँ।
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ये सब सुन के अंकल जी बिल्कुल हैरान रह गए।
फिर उन्होंने मेरे माथे पर एक किस किया और मुझे कस के अपनी मजबूत बाहों मे जकड़ लिया। मुझे बहुत अच्छा लगा और उस रात मैं और अंकल जी ने सारी रात मजे किये उन्होंने मुझे रात भर मे 6 बार खुशी दी और मुझे बेहाल कर दिया।
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सुबह जब मैं उठी ठीक से चल भी नही पा रही थी लेकिन किसी तरह नहा धो के किचन मे गई और चाय बना के लाई और अंकल जी को बहुत प्यार से माथे पर चूम कर जगाया और चाय पिलाई फिर उसके बाद भी एक राउंड गेम हुआ।
उस दिन के बाद से हम लोग रोज पूरे दिन रात लगे रहते थे अंकल जी ने मेरी उसको (.) गुफा बना दिया फिर जब भाई और माँ वापिस आ गए तो हम लोग थोड़ा सावधानी से सब कुछ करने लगे
अब हम लोग सिर्फ रात मे सबके सो जाने के बाद मिलते और दारू पी के शुरू हो जाते। जब तक अंकल जी थे तब तक बहुत मजा आया लेकिन जब ओ चले गए तो मेरी जिंदगी निरस रहने लगी और मुझे उनकी बहुत याद आती थी तो उंगली का सहारा लेना पड़ता था लेकिन कब तक मैं उस से काम चलती इसलिए मैंने एक नया बंदा ढूंढ लिया और अपनी जरूरत पूरी की।
मैंने उस नये बंदे से क्या क्या करवाया अगर आप भी जानना चाहते है तो कंमेंट् जरूर कीजिये
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